तहज्जुद की नमाज पढ़ने का सही तरीका tahajjud ki namaz padhne ka sahi tarika

तहज्जुद की नमाज पढ़ने का सही तरीका tahajjud ki namaz padhne ka sahi tarika


आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे कि तहज्जुद की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है काफी सारे लोगों को नहीं पता होता है कि तहज्जुद की नमाज कैसे पढ़ी जाती है और इसे पढ़ने का सही तरीका क्या है और तहज्जुद की नमाज में कितनी रकात होती हैं तो अगर आप भी इसके बारे में नहीं जानते हैं तो आज आपको हम इस पैगाम के अंदर बताएंगे कि तहज्जुद की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है तो चलिए जानते हैं


और बहुत सारे लोगों को यह भी नहीं पता कि तहज्जुद की नमाज सुन्नत है या नफीलतो हम आपको इस पैगाम के अंदर बताएंगे कि तहज्जुद की नमाज नफिल है या सुन्नत है या इसे पढ़ने का सही तरीका क्या है तो चलिए हम आपको बताते हैं|



  • तहज्जुद की नमाज़ सुन्नत है या नफील 

  • तहज्जुद की नमाज़ का तरीका और नियत 

  • तहज्जुद की नमाज़ की नियत कैसे बांधे 

  • तहज्जुद की नमाज़ कितनी रकत है 

  • तहज्जुद की नमाज़ की दुआ 

  • तहज्जुद की नमाज़ का तरीका फॉर लेडीज 

  • तहज्जुद का अर्थ 

  • तहज्जुद की नमाज़ के फायदे 


तहज्जुद की नमाज़ सुन्नत है या नफील


तहज्जुद की नमाज नफिल नमाज है तहज्जुद की नमाज यह एक ऐसी नमाज है जो रात में सो कर उठने के बाद बीच में पढ़ी जाती है और यह नमाज फर्ज नमाजों के बाद सबसे अफजल और सबसे अच्छी नमाज है |


हदीस में भी है कि फर्ज नमाजों के बाद सबसे अच्छी नमाज जो है वह तहज्जुद की नमाज है तहज्जुद की नमाज का वक्त अल्लाह के सबसे करीब होने का वक्त होता है|


तहज्जुद की नमाज के बारे में कुरान मजीद में और हदीस शरीफ दोनों में इसका सबूत मिलता है जो शख्स तहज्जुद की नमाज के बाद जो भी दुआ करता है वह जरूर कबूल होती है|


तहज्जुद की नमाज क्या है 


तहज्जुद की नमाज नफिल नमाज़ है यानी कि यह नमाज पढ़ना जरूरी तो नहीं लेकिन हफ्ते में या फिर महीने में एक आज बारिश नमाज को जरूर पढ़ना चाहिए 


तहज्जुद की नमाज़ दिन के आखिरी हिस्से में पढ़ी जाने वाली नमाज़ है। तहज्जुद की नमाज़ को रात की नमाज़ भी कहा जाता है। तहज्जुद की नमाज़ पढ़ने वाला इंसान हमेशा खुशहाल ज़िंदगी गुज़रता है। 


तहज्जुद की नमाज़ का वक़्त ईशा की नमाज़ पढ़ने के बाद से शुरू होता है और सुबह 4 बजे या फज़र की नमाज़ से पहले तक चलता है ठंडी और गर्मी की वजह से सुबह का टाइम फिक्स नहीं रहता|


तहज्जुद की नमाज में वजू कैसे करें 


जैसे हर नमाज़ के पढ़ने से पहले वुज़ू करते हैं उसी तरह तहज्जुद की नमाज़ को पढ़ने से पहले वुज़ू करेंगे। हमने वुज़ू करने का सही तरीका को हमने पिछले आर्टिकल में बताया हुआ है।


तहज्जुद की नमाज़ की नियत कैसे करें 


नीयत दिल के इरादे से कहने को कहते हैं तहज्जुद की नमाज़ की नियत करने के लिए सबसे पहले हम नमाज़ की नियत की दुआ को पढ़ें फिर आगे कहेंगे नियत करती हूँ मैं दो रकअत नमाज़ तहज्जुद नफ़्ल, वास्ते अल्लाह ताला के, रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ इस तरह की तहज्जुद की नमाज़ की नियत हो जाएगी।


अल्लाह ताला आपको तहज्जुद की नमाज अदा करने की तौफीक अता फरमाए आमीन सुम आमीन


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दोस्तों मैं पिछले 4 साल से ब्लॉगिंग कर रहा हूं मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है इसलिए मैं आप तक सही जानकारी देने की कोशिश करता हूं

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