मगरिब की नमाज पढ़ने का सही वक्त क्या है
आज के इस लेख में हम जानेंगे कि मगरिब की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है दोस्तों काफी सारे लेडीस नहीं जानते कि उन्हें किस तरीके से नमाज अदा करनी है तो चलिए आज हम आपको इस पैगाम के अंदर इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं कि जिससे आप बहुत ही आसानी से मगरिब की नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है |
वह आप देख पाएंगे और आप आसानी से नमाज भी अदा कर पाएंगे जिस तरीके से हम सभी मुसलमान पर पांच वक्त की नमाज फर्ज है जिससे कि आज मगरिब की नमाज का तरीका सीखेंगे चलिए जानते हैं कि मगरिब की नमाज कैसे अदा करी जाती है और इस नमाज में कितनी रकात होती है और इस नमाज में क्या-क्या पढ़ा जाता है चलिए जानते हैं|
मगरिब की नमाज पढ़ने का सही वक्त क्या है?
दोस्तों बहुत सारे लोग नहीं जानते कि मगरिब की नमाज पढ़ने का सही वक्त क्या है तो चलिए जानते हैं मगरिब की नमाज का समय सूरज डूबने से शुरू होता है गर्मी के मौसम में यह वक्त शाम के 7:00 बजे से शुरू होता है और सर्दियों के मौसम में शाम के 5:15 से शुरू हो जाता है अलग-अलग जगह पर नमाज का वक्त अलग-अलग होता है|
मगरिब की नमाज की नियत कैसे करते हैं ?
हर नमाज़ की नियत एक ही जैसी होती है बस आपको कौन सी नमाज पढ़ रहे हैं उसी को बदलना है सुन्नत पढ़ रहे हैं या फर्ज यह कहना है |
चलिए हम आपको बताते हैं कि मगरिब की नमाज की नियत कैसे करें |
सबसे पहले आप नमाज की नियत करने की दुआ को पढ़ें उसके बाद ही नियत करेंगे|
नियत करता हूं मैं तीन रकात नमाज फर्ज वक्त मगरिब रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ पीछे इस इमाम के वास्ते अल्लाह ताला के अल्लाह हू अकबर इस तरीके से आपकी नमाज की नियत हो चुकी है |
अल्लाह हू अकबर कहकर अपने हाथ बांध ले
मगरिब की नमाज में कितनी रकात होती है ?
मगरिब की नमाज में कितनी रकात होती है या आपको कैसे पढ़नी है यह हम आपको बताने वाले हैं| मगरिब की नमाज में साथ रकात होती है|
3 रकात नमाज फर्ज
2 रकात नमाज़ सुन्नत
2 रकात नमाज नफिल
इस तरीके से आपकी मगरिब की नमाज पढ़ी जाती है |
मगरिब की नमाज में तीन रकात नमाज फर्ज पढ़ने का तरीका क्या है ?
1. सबसे पहले आप नमाज पढ़ने की नियत करें नियत करने के बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए अपने दोनों हाथों को बांध ले जिस तरह से नियत बांधी जाती है|
2.अगर आप जमात में है तो इमाम साहब के अल्लाह हू अकबर कहने पर नियत बांधे|
3.अब आप सना पढ़े ‘सुब्हान कल्ला हुम्मा व बिहम्दिका व तबारा कस्मुका व तआला जद्दुक वला इलाहा गैरुक|
4.अगर आप जमात के साथ नमाज अदा कर रहे हैं तो आपको सिर्फ सना पढ़नी चाहिए
5.इसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए रुको मैं जाएंगे और इसमें तीन बार सुभान रबी अल अजीम पड़े|
6.उसके बाद आओ जो बिलही मिनेश शैतानी राजिम फिर बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पड़ेंगे |
7.अब अल्हम्दु शरीफ यानी सूरह फातिहा को पड़े फिर कुरान शरीफ की कोई भी छोटी सूरत जो आपको याद हो वह पढ़ ले
8.इसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए रुको करेंगे
9.इसके बाद सीधे खड़े होने के लिए समी अल्लाह हू लेमन हमीदा कहे फिर बाद मैं रब्बना लकल हम्द कहे
10.अगर आप इमाम साहब के साथ नमाज पढ़ रहे हैं तो इमाम साहब के अल्लाह हू अकबर कहने पर ही रुको करना है |
11.अगर आप अकेले नमाज पढ़ रहे हैं तो अल्लाह हू अकबर कहते हुए सजदा करें अगर इमाम साहब है तो उनके अल्लाह हू अकबर कहने पर सजदा करें |
12.अब आपको तीन बार सुभान रब्बियल अला पढ़ना है|
13.उसके बाद आपको अल्लाह हू अकबर कहते हुए थोड़ी देर के लिए बैठना है उसके बाद तुरंत दूसरे सजदा भी पिछली बार की तरह करना है
15.यहां तक आपकी पहले रकात मुकम्मल हो गई अब अल्लाह हू अकबर कहते हुए या फिर इमाम को कहने पर दूसरे रकात के लिए खड़े हो जाएं
16.इसी तरीके से आपको दूसरी और तीसरी रकात भी पढ़नी होगी |
मगरिब की नमाज में दो रकात सुन्नत पढ़ने का सही तरीका क्या है
आज हम आपको बताएंगे मगरिब की नमाज में दो रकात सुन्नत नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है |
सबसे पहले आपको नीयत करनी होगी| जब नियत में अल्लाह हू अकबर कहने लगे तो अपने दोनों हाथों को कानों की लौ तक ले जाएं और हाथ नीचे करके नियत बांध ले |
उसके बाद आपको सन पढ़नी है यानी सुब्हान कल्ला हुम्मा व बिहम्दिका व तबारा कस्मुका व तआला जद्दुक वला इलाहा गैरुक को पढ़े।
इसके बाद बिस्मिल्लाह रहमान रहीम पढ़ना है |
फिर उसके बाद आपको सूरह फातिहा पढ़ने है यानी अल्हम्दु शरीफ जब अल्हम्दु शरीफ पूरी हो जाए उसके बाद आपको आमीन कहना है आहिस्ता से |
उसके बाद में कुरान शरीफ की कोई भी छोटी सी सूरत पड़े |
इसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए रुको मैं जाए और कम से कम तीन बार सुभान अल्लाह राबी अल अजीम पड़े ||
फिर उठते वक्त सामी अल्लाह हू लेमन हमीदा कहे फिर बाद मैं रब बना नल हम कहें|
फिर अल्लाह हू अकबर कहते हुए सजदा करें और यहां पर तीन बार सुभान अल्लाह रब्बी एल अल्लाह पड़े |
फिर अल्लाह हू अकबर कहते हुए थोड़े समय के लिए बैठे हैं इसके बाद अल्लाह हू अकबर कहते हुए पिछली बार की तरह सजदा करें |
फिर लंबी सांस में अल्लाह हू अकबर कहते हुए सीधे खड़े हो जाए यहां तक पहली रकात मुकम्मल हो गई है|
इसी तरीके से आपको दूसरी रकात भी पढ़ना है|
मगरिब की दो रकात नफिल नमाज पढ़ने का सही तरीका क्या है
नफिल नमाज की सुन्नत भी नमाज की तरह पढ़ते हैं बस नियत में हम सुन्नत की जगह नफिल नमाज का नाम लेना चाहिए|मगरिब की दो रकात नमाज नफिल की नियत कैसे करते हैं नियत की मैने दो रकात नमाज नफिल की वास्ते अल्लाह ताला के वक्त मगरिब का मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाह हू अकबर|
अल्लाह हू अकबर कहकर हमें हाथ बांध लेना चाहिए और फिर सबसे पहले हम सना पढ़ते हैं और जिस तरह मगरिब की दो रकात सुन्नत पड़ी थी ठीक वैसे ही दो रकात नमाज नफिल पूरे करेंगे|इसी तरीके से मगरिब की साथ रकात नमाज मुकम्मल हो जाएगी और इसी तरीके से हमें मगरिब की नमाज अदा करनी चाहिए |
अगर हमसे लिखने में कोई गलती हुई है तो अल्लाह से हम माफी चाहते हैं अल्लाह निहायत रहम करने वाला और माफ करने वाला है दोस्तों हमारे इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा दोस्तों को व्हाट्सएप पर शेयर करें